पॉकेट में रखा है MasterCard का डेबिट या क्रेडिट कार्ड तो जानिए बैन होने से आप पर क्या असर होगा
MasterCard Debit and Credit Card: क्रेडिट कार्ड बाजार में मास्टरकार्ड और वीजा कार्ड का दबदबा काफी है लेकिन मास्टरकार्ड पर बैन से वीजा और रूपे कार्ड का महत्व और बढ़ जाएगा.
(प्रतीकात्मक)
(प्रतीकात्मक)
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank Of India) ने नए मास्टरकार्ड (MasterCard) को जारी ना करने का जो फैसला लिया, उससे क्रेडिट कार्ड मार्केट में बड़ी हलचल पैदा हो गई. हालांकि इस फैसले से पुराने कार्डधारकों पर कुछ खासा असर नहीं पड़ेगा. क्रेडिट कार्ड कारोबार में वीजा (Visa) और मास्टरकार्ड (MasterCard) का दबदबा काफी ज्यादा है, ऐसे में मास्टरकार्ड पर रोक लगने के बाद वीजा (Visa) का महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा। आइए जानते हैं कि देश में क्रेडिट कार्ड बाजार में वीजा, मास्टरकार्ड और रूपे की हिस्सेदारी कितनी है...
क्रेडिट कार्ड बाजार में कंपनियों का हिस्सा
- वीजा (Visa) - 45%
- मास्टरकार्ड (MasterCard) - 33%
- रूपे (RuPay) - 20%.
- एमेक्स (Amex) - 3%
स्रोत- 2020 पेमेंट्स और ई-कॉमर्स रिपोर्ट, एशिया पैसेफिक पीपीआरओ
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कितने लोगों के पास है डेबिट और क्रेडिट कार्ड?
देश के कई बैंक मास्टरकार्ड (MasterCard), वीजा (Visa) और रूपे कार्ड (RuPay) जारी करते हैं. हालांकि नए मास्टरकार्ड (MasterCard) पर रोक लगने के बाद वीजा और रूपे कार्ड का महत्व ग्राहकों और बैंकों के बीच ज्यादा बढ़ जाएगा. अबतक देश में 6.25 करोड़ लोगों को क्रेडिट कार्ड जारी किए जा चुके हैं यानी कि इतने कार्ड सर्कुलेशन में हैं. वहीं डेबिट कार्ड की बात की जाए तो 90 करोड़ डेबिट कार्ड सर्कुलेशन में हैं.
आरबीआई (RBI) ने मास्टरकार्ड पर क्यों लगाई रोक?
आरबीआई ने डाटा स्टोरेज नियमों का पालन ना करने की वजह से मास्टरकार्ड पर ये कार्रवाई की है. मास्टरकार्ड अपने ग्राहकों का डाटा भारत में स्टोर नहीं कर रहा था, जिस वजह से ये फैसला लिया गया. इसके लिए कंपनी को पर्याप्त समय और अवसर दिया गया था. हालांकि साल 2018 में कई कंपनियों ने इसका विरोध किया था लेकिन बाद में नियमों का पालन करने पर सहमति जताई थी.
क्या ग्राहकों पर पड़ेगा असर?
आरबीआई के इस फैसले से मौजूदा ग्राहकों पर कुछ खासा असर नहीं पड़ेगा. हालांकि 22 जुलाई से नए मास्टरकार्ड जारी नहीं होंगे. ऐसे में बैंकों को नए क्रेडिट कार्ड जारी होने में देरी हो सकती है. वहीं जिन बैंकों का सिर्फ मास्टरकार्ड के साथ करार था, उन्हें नए करार करने होंगे और नए करार होने तक बैंक नए क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर पाएंगे.
मास्टरकार्ड (Master) ने क्या दी सफाई?
आरबीआई के इस फैसले पर मास्टरकार्ड ने सफाई देते हुए कहा कि वो केंद्रीय बैंक के इस फैसले से निराश हैं. कंपनी ने कहा कि वो कानूनी और रेगुलेटरी दायित्वों के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. कंपनी ने कहा कि सरकार के डिजिटल इंडिया विजन को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं. इसके अलावा ग्राहकों और भागीदारों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
आरबीएल (RBL) की मुश्किलें बढ़ीं
मौजूदा समय में आरबीएल (RBL) केवल मास्टरकार्ड नेटवर्क पर क्रेडिट कार्ड जारी करता है. हालांकि बैंक ने वीजा भुगतान नेटवर्क पर क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए तुरंत करार किया है. इस नए करार में 8-10 हफ्ते लगने की उम्मीद है. बता दें कि आरबीएल हर महीने एक लाख नए क्रेडिट कार्ड जारी करता है, जिसमें अब देरी होगी.
06:55 PM IST